नीमच-मंदसौर में अफगानिस्तान समेत पूर्वोत्तर राज्यों से हो रही स्मैक की सप्लाई, बीते एक महीने में पकड़ाईं 2 बड़ी खेप

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Vijay Choudhary
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नीमच-मंदसौर में अफगानिस्तान समेत पूर्वोत्तर राज्यों से हो रही स्मैक की सप्लाई, बीते एक महीने में पकड़ाईं 2 बड़ी खेप

कमलेश सारडा, NEEMUCH. मंदसौर जिला मादक पदार्थ उत्पादन में अव्वल है। इस लिहाज से अफीम और डोडाचूरा की तस्करी यहां आम बात है। मालवा अफीम उत्पादक होने के कारण दूसरे राज्यों के तस्कर यहां पर मादक पदार्थ लेने के लिए आते है और कई पकड़े भी जाते हैं। लेकिन बीते 1 महीने में बडी स्मैक तस्करी की खेप नीमच और मंदसौर जिले की पुलिस ने पकडी है, पुलिस के लिए यह बडी उपलब्धि है। लेकिन इन दोनों सफलताओं ने कई सवाल खडे कर दिए हैं।



हजारों मील दूर के राज्यों से स्मैक के तार



मंदसौर और नीमच में ड्रग्स कारोबार के तार हजारों मील दूर कई राज्यों तक फैले हैं। इसने पुलिस की चिंता बढ़ा दी है। अफीम उत्पादक जिलों में उल्टी गंगा बहने जैसा काम हो रहा है। असम, मणिपुर, अफगानिस्तान जैसे देश और राज्यों से अफीम और स्मैक की खेप मालवा में पहुंच रही है और यहां पर खप भी रही है। मंदसौर जिले की पिलियामंडी थाना पुलिस और नीमच जिले की सिटी पुलिस ने स्मैक की खेप पकड़ी है। बाहरी राज्यों से तस्कर मालवा में स्मैक खपाने के लिए लाए थे। व्हाईट पाउडर यानी स्मैक के नशा करने वालों की संख्या लगातार बढती जा रही है। वहीं मालवा के तस्करों के अंतर्राष्ट्रीय कनेक्शन होने की बात से भी इनकार नहीं किया जा सकता।



मालवा में मादक पदार्थ आना​ अंतर्राष्ट्रीय गिरोह की तरफ कर रहा इशारा



पुलिस को इन दोनों मामलों में अलग से जांच करनी चाहिए, तस्करी का नेटवर्क स्मैक जैसे घातक नशे से बाहरी राज्यों से कैसे जुडा है, चैनल किस तरह से काम करती है, चैनल में कौन-कौन है, बडा किंग कौन है, इन सभी बिंदुओं पर अलग से इन्वेस्टीगेशन होना चाहिए, क्योंकि यह सामान्य तस्करी नहीं है, असम, मेघालय और मणिपुर आदि क्षेत्रों में बड़े पैमाने पर अफीम की अवैध खेती होती है। वहां से मालवा में मादक पदार्थ आना एक बड़े ​अंतर्राष्ट्रीय गिरोह को सक्रिय होने की पुष्टि कर रहा है। अब देखना यह है कि पुलिस दोनों मामले में कहां तक गिरोह का खात्मा करती है।



यह सामान्य तस्करी नहीं



बडा किंग कौन है, इन सभी बिंदुओं पर अलग से इन्वेस्टीगेशन होना चाहिए, क्योंकि यह सामान्य तस्करी नहीं है,असम, मेघालय और मणिपुर आदि क्षेत्रों में बडे पैमाने पर अफीम की अवैध खेती होती है। वहां से मालवा में मादक पदार्थ आना एक बडे ​अंतर्राष्ट्रीय गिरोह को सक्रिय होने की पुष्टि कर रहा है। अब देखना यह है कि पुलिस दोनों मामले में कहां तक गिरोह का खात्मा करती है।



स्मैक लेकर 6 राज्यों से ट्रक निकला



हाल ही में मंदसौर पिलियामंडी थाना पुलिस ने डेढ किलो स्मैक पकड़ी है, यह छह राज्यों से गुजरकर मंदसौर तक पहुंची। किसी भी राज्य की पुलिस की नजर इस ट्रक पर नहीं पडी। लेकिन पिपलियामंडी पुलिस के हत्थे चढ गया। आरोपी भगवतीलाल पिता हीरालाल माली (37) निवासी हथुनिया जिला प्रतापगढ राजस्थान और आसिफ पिता छोटे खां (26) निवासी हथुनिया जिला प्रतापगढ राजस्थान ट्रक में अलग से स्कीम बनाकर डेढ किलो स्मैक मणिपुर के इंफाल से लेकर आ रहे थे। दोनों तस्कर रिमांड पर है, कई खुलासें होने की उम्मीद है।



असम-गुवाहटी से आ रही स्मैक



कुछ दिनों पहले नीमच सिटी टीआई करणीसिंह शक्तावत की टीम ने साढे चौदह किलो स्मैक बरामद की है। जो नीमच सिटी निवासी शाहरूख खान लेकर आया था। आरोपी ने पुलिस पूछताछ में चौंकाने वाले खुलासे किए है। वो पांच राज्यों से होकर स्मैक को नीमच लेकर आया। असम, सिक्किम, बिहार, यूपी, राजस्थान राज्यों की पुलिस के हाथ स्मैक नहीं लगी। इतनी बडी मात्रा में स्मैक लाकर वो  मध्यप्रदेश और राजस्थान में टुकडे—टुकडे में बेचता था। पुलिस स्मैक देने वाले मुख्य सरगना की तलाश में जुटी हुई है।


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